मोबाइल की लत में दोस्त ही बने नाबालिग के कातिल न्यू ईयर के बहाने बुलाया दी खौफनाक मौत

मोबाइल की लत में दोस्त ही बने नाबालिग के कातिल न्यू ईयर के बहाने बुलाया दी खौफनाक मौत

बांका. मोबाइल की लत के कारण के एक नाबालिग ने अपने दोस्त की हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाते हुए इसे हादसे का रूप देने की भी पूरी कोशिश ती. मामला बिहार के बांका से जुड़ा है. दरअसल 1 जनवरी को बांका जिले के रजौन थाना क्षेत्र के शिकानपुर के एक किशोर का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर तालाब में शव फेंकने का मामला सामने आया था.

इस केस में मृतक के पिता ने गांव के चार युवाओं को ही हत्या का आरोपी बताया था लेकिन पुलिस की जांच पड़ताल में मामला कुछ और निकला. किशोर का अपहरण गांव के चार युवाओं द्वारा नहीं बल्कि उसके दोस्त द्वारा ही की गई थी जिसने उसकी हत्या भी कर दी. हत्या और अपहरण करने वाला किशोर के ही दो दोस्त निकले.

मामले का उद्भेदन करते हुए उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में 13 वर्षीय दिलखुश के दोस्त आर्यन और प्रीतम को रजौन पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है. इस बाबत बांका एसडीपीओ बिपिन बिहारी ने बताया कि दिलखुश कुमार और उसके दोनों दोस्त मोबाइल पर गेम खेलने के आदी हो चुके थे लेकिन दिलखुश के दोस्त आर्यन के पास मोबाइल नहीं था. मोबाइल नहीं होने के चलते आर्यन ने दिलखुश से 10 हज़ार रुपये मोबाइल खरीदने के नाम पर लिया था लेकिन मोबाइल नहीं खरीदकर उसने पैसों को खर्च कर दिया.

इसके बाद दोनों के बीच मनमुटाव पनपने लगा और पैसे को लेकर भी बात बढ़ी. इसी मामले में बदला लेने को लेकर प्रीतम और आर्यन द्वारा बीते साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी को ही दिलखुश को घर से बुलाया गया और गेम खेलने के बहाने से ले जाया गया जहां दोनों दोस्तों ने मिलकर पहले तो दिलखुश का गला घोंट दिया फिर उसकी आंखों को कैची से निकालकर तालाब में फेंक दिया पुलिस की मानें तो मृतक के पिता द्वारा जो शुरुआती दौर में गांव के ही चार युवाओं को आरोपी बनाया गया था वो पूरी तरह निर्दोष हैं जबकि गुनहगार मृतक के ही जिगरी यार निकले.

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